वीर शहीदों की कुर्बानी
याद रहे चिरकाल तक।
तिरंगे की अमर कहानी
गूँजे हर एक माथ तक।
आज राष्ट्रगान गूँजा है
भविष्य बस यशगान हो।
तिरंगे की तीन छटा -सा
समृद्धि ,प्रीति ,सम्मान हो।
गणतंत्र की हर सुबह में
एक संदेशा याद रहे।
कल भी पैदा होंगे भेदी
वह निर्बल असहाय रहें।
शीश तना खड़ा हो ऊपर
मानवता को झुक प्रणाम हो।
झंडे के समक्ष माथे पर हाथ
हर सैनिक को सलाम हो।
देश व विदेश में बसे हर एक भारतवासी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।