भारत में जन्म लिया
विदेशों में खत्म की पढ़ाई।
डिग्री तक लेकर पहुँचे भारत में,
अंग्रेजों की लीला रास न आई।
विदेशी उतार, देशी पहन कर
स्वदेशी की गुहार लगवाई।
डांडी मार्च की फेरी लेकर,
नमक पहुंचाया जन तक भाई।
लंबी लाठी लिए हाथ में,
स्वतंत्रता की हुँकार उठाई।
गोल चश्मा टिका नाक पर,
देश की हर समस्या सुलझाई।
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