7607529597598172 हिंदी पल्लवी: इस पल को आराम करने दो

रविवार, 25 दिसंबर 2016

इस पल को आराम करने दो

 ज़िंदगी के  कुछ पलों को 
आराम भी कर लेने दो 

काम बहुत हो लिया 
इन्हें आलस में पड़ने दो 

जो ये पल बैठे तो 
तुरंत इसे लिटा दो 

रजाई कम्बल ओढ़ा
बोरसी भी जला दो 

काम को समझाना 
देखो पास न जाना 

पल  आलस में डूबा है 
इसे न जगाना

आनंद को बताना 
पास में है जाना 

चुपके से सपने में 
पहुँच हिंडोला डुलाना 

हौले से अँगड़ाई ले 
जब आँखें ये खोलेगा 

ताजगी की खुमारी में 
खुद को जी लेगा 

आगे जो नया पल आएगा 
हाथ बाँधे, मुस्कुराता, बतलाएगा 

खड़ा हूँ मैं तैयार, आएँ 
कोई काम हो बतलाएँ 

पल्लवी गोयल
चित्र साभार गूगल  

6 टिप्‍पणियां:

  1. वाह बहुत सुन्दर...
    ज़िंदगी के कुछ पलों को
    आराम भी कर लेने दो 👌👌👌

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  2. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 24 नवम्बर 2018 को लिंक की जाएगी ....http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!

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    1. आदरणीय,
      आपके द्वारा रचना को चर्चा के लिए चुना जाना सदैव प्रोत्साहित करता
      है।देरी के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ ।
      सादर आभार

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