जन जन में हो साक्षरता,
ऐसा हो अभियान हमारा।
नन्हें मुन्ने बच्चों को ,
देना होगा ज़रा सहारा।
बैसाखी लकड़ी नहीं है बच्चों ,
हक़ लेना ससम्मान तुम्हारा।
भीख दया नहीं है ये ,
हक़ देना है कर्त्तव्य हमारा।
हक़ जो अपना छाँटोगे,
वापस वही जग में बाँटोगे।
बाँटा बांटी के इस खेल में ,
हो जाएगा रोशन जग सारा।
नई रोशनी और नई चेतना,
फैलाएगी जग में उजियारा।
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