7607529597598172 हिंदी पल्लवी: विद्यालय

शनिवार, 7 नवंबर 2015

विद्यालय


भौरों की गुंजार ही ,
बगिया का संगीत है 
रास्ते पर बिखरा मकरंद
यही मेरी धन संपत्ति  है   

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