7607529597598172 हिंदी पल्लवी: माँ

शनिवार, 24 अक्तूबर 2015

माँ


माता  तो होती है देवी 
बच्चों के  लिए सबकुछ
 छोड़ देने वाली
बच्चों  को सबकुछ 
दे देने वाली 
उस देवी का दर्द 
पढ़ा  किसने ?
जब  सामने की थाली
सरकाई लाल को सामने
तो क्या उसका पेट
नहीं था ख़ाली ?
                      पल्लवी गोयल 


  

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